सांवली हो इसलिए सुंदर हो
सच बतलाऊं तो
सांवली रंगत पर ही
शाम शर्माती है।
ढलती श्यामल भूतल पर ही
सूरज की आभा मुस्काती है।
खिलती है आकाश की
लाली इठलाती है
सांवली मुखड़े पर
ऐसे ही सुंदरता छा जाती हैं।
सच बतलाऊं तो,
फीकी हर किरदार,
हर रूपवती एक दिन
ढल जाती है।
बढ़ती हुई उम्र,
चेहरे की झुर्रियां
सुंदरता निकल जाती है।
यकीन मानिए,
दिल में प्रेम रूपी मिठास लिए,
जब सांवली रंगत पर
सुनहरी मुस्कान छा जाती है
हर एक दिल को
वो प्यारी छवि भा जाती है।
होठों पर लिपस्टिक
आंखों में काजल,
माथे में कुमकुम
चेहरे पर मेकअप
और बदन पर कीमती
आभूषण का गेटअप
सब के सब
पैसे से खरीदे हुए श्रृंगार हैं
सांवली रंगत तो साक्षात,
ईश्वर की दी हुई
सबसे बहुमूल्य उपहार है।
©–अमन