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14 Aug 2021 · 1 min read

सहधर्मी

यहां तो जात-जात में जात है!
आखिर इसमें किसका हाथ है!!
ज्यादा लोगों की दुर्गति इसमें
सिर्फ कुछ लोगों की ठाट है!!
आपस में नहीं बनने लगते
जब तक रोटी-बेटी के रिश्ते,
तब तक हम सहधर्मी कहलाएं
भला हममें ऐसी क्या बात है!!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
249 Views
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