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12 Feb 2022 · 1 min read

सवाल मत समझो

हादसो को,
बस हादसा समझो
खत्म जिंदगी का
सवाल मत समझो
टूट कर जो
फिर से जुड़ न सके
कांच की तरह अपना
किरदार मत समझो।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

8 Likes · 203 Views
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