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5 Jul 2020 · 1 min read

सर्वस मैं ही

जन्म से मरण तक
आरम्भ से अन्त तक
मैं निमित्त मात्र हूँ
कलंक हूं
गर्व हूं
सरल हूं
प्रचण्ड हूं
अणु हूं
विकराल हूं
तुम्हारे अधीन हूं
जैसे सहज हो
वही रूप हूं

Language: Hindi
5 Likes · 2 Comments · 304 Views
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