सर्वस मैं ही
जन्म से मरण तक
आरम्भ से अन्त तक
मैं निमित्त मात्र हूँ
कलंक हूं
गर्व हूं
सरल हूं
प्रचण्ड हूं
अणु हूं
विकराल हूं
तुम्हारे अधीन हूं
जैसे सहज हो
वही रूप हूं
जन्म से मरण तक
आरम्भ से अन्त तक
मैं निमित्त मात्र हूँ
कलंक हूं
गर्व हूं
सरल हूं
प्रचण्ड हूं
अणु हूं
विकराल हूं
तुम्हारे अधीन हूं
जैसे सहज हो
वही रूप हूं