Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2024 · 1 min read

सरोवर की और बहती नदियों पर कभी भी विश्वास कर नहीं उतरना चाहि

सरोवर की और बहती नदियों पर कभी भी विश्वास कर नहीं उतरना चाहिए |
क्योंकि इनका रुख कभी साफ नहीं होता, कि क्या पता वे लहरों व तुफानों के साथ धोखे से कब ले डुबे |

~ जितेन्द्र कुमार सरकार

18 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*क्या बात है आपकी मेरे दोस्तों*
*क्या बात है आपकी मेरे दोस्तों*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अगर हमारा सुख शान्ति का आधार पदार्थगत है
अगर हमारा सुख शान्ति का आधार पदार्थगत है
Pankaj Kushwaha
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
SHAMA PARVEEN
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
"फेसबूक के मूक दोस्त"
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी रूठ गयी
जिंदगी रूठ गयी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम - दीपक नीलपदम्
तुम - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
लोग शोर करते रहे और मैं निस्तब्ध बस सांस लेता रहा,
लोग शोर करते रहे और मैं निस्तब्ध बस सांस लेता रहा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुकाबला करना ही जरूरी नहीं......
मुकाबला करना ही जरूरी नहीं......
shabina. Naaz
जीवन में प्रेम और ध्यान को मित्र बनाएं तभी आप सत्य से परिचित
जीवन में प्रेम और ध्यान को मित्र बनाएं तभी आप सत्य से परिचित
Ravikesh Jha
"बदतर आग़ाज़" कभी भी एक "बेहतर अंजाम" की गारंटी कभी नहीं दे सक
*प्रणय प्रभात*
कानून अंधा है
कानून अंधा है
Indu Singh
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
Manoj Mahato
जिंदगी का एकाकीपन
जिंदगी का एकाकीपन
मनोज कर्ण
2650.पूर्णिका
2650.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जल प्रदूषण दुःख की है खबर
जल प्रदूषण दुःख की है खबर
Buddha Prakash
*सूझबूझ के धनी : हमारे बाबा जी लाला भिकारी लाल सर्राफ* (संस्मरण)
*सूझबूझ के धनी : हमारे बाबा जी लाला भिकारी लाल सर्राफ* (संस्मरण)
Ravi Prakash
न बदले...!
न बदले...!
Srishty Bansal
राम सीता
राम सीता
Shashi Mahajan
सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
Taj Mohammad
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
manjula chauhan
डॉक्टर
डॉक्टर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मित्र दिवस पर आपको, सादर मेरा प्रणाम 🙏
मित्र दिवस पर आपको, सादर मेरा प्रणाम 🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
Dr Archana Gupta
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
वो पेड़ को पकड़ कर जब डाली को मोड़ेगा
Keshav kishor Kumar
जब किसी से किसी को प्यार होता है...
जब किसी से किसी को प्यार होता है...
Ajit Kumar "Karn"
"चुनौतियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
ऐ मौत
ऐ मौत
Ashwani Kumar Jaiswal
श्री राम भजन
श्री राम भजन
Khaimsingh Saini
महोब्बत के नशे मे उन्हें हमने खुदा कह डाला
महोब्बत के नशे मे उन्हें हमने खुदा कह डाला
शेखर सिंह
Loading...