सरस रंग
जीवन की
नीरसता
का जाल
तोडते रंग
हमारे अंतस से
जुडे रहते रंग
हमारी आंखो को
दिखते सात रंग
लेकिन उससे भी
अधिक होते रंग
हर रंग की
अपनी भूमिका
हर रंग
की
अपनी तरंग
कभी खुश
तो कभी
दुखी भी करते
रंग।
डा. पूनम पांडे
जीवन की
नीरसता
का जाल
तोडते रंग
हमारे अंतस से
जुडे रहते रंग
हमारी आंखो को
दिखते सात रंग
लेकिन उससे भी
अधिक होते रंग
हर रंग की
अपनी भूमिका
हर रंग
की
अपनी तरंग
कभी खुश
तो कभी
दुखी भी करते
रंग।
डा. पूनम पांडे