Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 May 2024 · 1 min read

*सरस्वती वंदना*

हे माता मातेश्वरी सरस्वती,
विनती एक बार सुन लीजो।
ज्ञान देकर हृदय को पावन पवित्र कर दीजो,
दया दृष्टि मुझ पर भी करो,
मेरी गलती को क्षमा करो,
भर दो उमंग वर्षा से,
हृदय को मेरे प्रफुल्लित करो।
मेरी रचना दया आपकी,
निज अभियान से मुक्त करो,
दे दो नई दिशा मुझको,
मुझे ज्ञान दो।
मुझे ज्ञान दो।।

1 Like · 87 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नारी
नारी
Dr.Pratibha Prakash
"" *तस्वीर* ""
सुनीलानंद महंत
मुझे तुम
मुझे तुम
Dr fauzia Naseem shad
✒️कलम की अभिलाषा✒️
✒️कलम की अभिलाषा✒️
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
मैं जी रहा हूँ जिंदगी, ऐ वतन तेरे लिए
मैं जी रहा हूँ जिंदगी, ऐ वतन तेरे लिए
gurudeenverma198
शिकायते बहुत हीं हैं ,
शिकायते बहुत हीं हैं ,
Manisha Wandhare
कोई दर ना हीं ठिकाना होगा
कोई दर ना हीं ठिकाना होगा
Shweta Soni
चाहे बड़े किसी पद पर हों विराजमान,
चाहे बड़े किसी पद पर हों विराजमान,
Ajit Kumar "Karn"
बुद्धित्व क्षणिकाँये
बुद्धित्व क्षणिकाँये
DR ARUN KUMAR SHASTRI
* शक्ति है सत्य में *
* शक्ति है सत्य में *
surenderpal vaidya
■एक ही हल■
■एक ही हल■
*प्रणय*
बदलता साल
बदलता साल
डॉ. शिव लहरी
सत्यं शिवम सुंदरम!!
सत्यं शिवम सुंदरम!!
ओनिका सेतिया 'अनु '
गांव
गांव
Bodhisatva kastooriya
*चटकू मटकू (बाल कविता)*
*चटकू मटकू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
बिन बोले सब कुछ बोलती हैं आँखें,
बिन बोले सब कुछ बोलती हैं आँखें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
होली आ रही है रंगों से नहीं
होली आ रही है रंगों से नहीं
Ranjeet kumar patre
चली ये कैसी हवाएं...?
चली ये कैसी हवाएं...?
Priya princess panwar
अपनेपन की आढ़ में,
अपनेपन की आढ़ में,
sushil sarna
धनतेरस
धनतेरस
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"संगम स्थली दंतेवाड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
महबूबा
महबूबा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
Sonam Puneet Dubey
4247.💐 *पूर्णिका* 💐
4247.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*प्यासा कौआ*
*प्यासा कौआ*
Dushyant Kumar
एक पेज की कीमत उससे पूछो जिसका एडमिट कार्ड खो जाए, टिकट खो ज
एक पेज की कीमत उससे पूछो जिसका एडमिट कार्ड खो जाए, टिकट खो ज
Rj Anand Prajapati
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कीमत बढ़ानी है
कीमत बढ़ानी है
Roopali Sharma
तुम
तुम
Sangeeta Beniwal
माया फील गुड की [ व्यंग्य ]
माया फील गुड की [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
Loading...