Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2020 · 1 min read

सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती

सरदार पटेल जयंती
****************
भारत को चाहिए, लोह पुरुष जैसा हो पटेल,
जो डाल सके,पाक के आतंकियों पर नकेल।

आज उनकी जयंती पर,करते हम सब नमन,
आज होते अगर वो,भारत होता विश्व चमन।

मिलाकर सभी रियासतों को,भारत बना था एक,
भारत के पहले ग्रहमंत्री बने उनमें गुण थे अनेक।

बन सकते हैं राष्ट्रनेता,जो देश को है जोड़ते,
गद्दार है वे राष्ट्र के नेता,जो देश को है तोड़ते।

अगर होते पटेल,धारा ३७० पहले ही खत्म हो जाती ,
पीओके में हमारी सेना, भारत का तिरंगा फहराती |

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
1 Like · 309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
आज के दौर में मौसम का भरोसा क्या है।
Phool gufran
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बहने दो निःशब्दिता की नदी में, समंदर शोर का मुझे भाता नहीं है
बहने दो निःशब्दिता की नदी में, समंदर शोर का मुझे भाता नहीं है
Manisha Manjari
मन
मन
Happy sunshine Soni
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
सत्य कुमार प्रेमी
अवधी गीत
अवधी गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
*देश के  नेता खूठ  बोलते  फिर क्यों अपने लगते हैँ*
*देश के नेता खूठ बोलते फिर क्यों अपने लगते हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
लेखक
लेखक
Shweta Soni
ये जो अशिक्षा है, अज्ञानता है,
ये जो अशिक्षा है, अज्ञानता है,
TAMANNA BILASPURI
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
Kumar lalit
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
Rj Anand Prajapati
बारिशों  के  मौसम  में
बारिशों के मौसम में
shabina. Naaz
**मातृभूमि**
**मातृभूमि**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तुम गर मुझे चाहती
तुम गर मुझे चाहती
Lekh Raj Chauhan
अधूरा प्रेम
अधूरा प्रेम
Mangilal 713
तुम्हें सोचना है जो सोचो
तुम्हें सोचना है जो सोचो
singh kunwar sarvendra vikram
एक ख्वाब थे तुम,
एक ख्वाब थे तुम,
लक्ष्मी सिंह
तू इतनी चुप जो हो गई है,
तू इतनी चुप जो हो गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
निराशा से आशा तक 😊😊
निराशा से आशा तक 😊😊
Ladduu1023 ladduuuuu
पूछ लेना नींद क्यों नहीं आती है
पूछ लेना नींद क्यों नहीं आती है
पूर्वार्थ
"साम","दाम","दंड" व् “भेद" की व्यथा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
विनती मेरी माँ
विनती मेरी माँ
Basant Bhagawan Roy
इन आँखों को हो गई,
इन आँखों को हो गई,
sushil sarna
हिंदी हमारी शान है
हिंदी हमारी शान है
punam lata
ये ज़िन्दगी है आपकी
ये ज़िन्दगी है आपकी
Dr fauzia Naseem shad
23/31.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/31.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"पड़ाव"
Dr. Kishan tandon kranti
**ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल**
**ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल**
Dr Mukesh 'Aseemit'
अंधविश्वास का पोषण
अंधविश्वास का पोषण
Mahender Singh
Loading...