सरदार भगत सिंह
जन जन में जिसने भरा , देश भक्ति का राग ।
वही भगत ही बुझ गया, दिल में जला चराग।।
दिल में जला चराग, सही पथ दिखलाया था
इंकलाब का राग, बड़े सुर में गाया था
किया ‘अर्चना’ प्यार , देश से बस जीवन में
आज़ादी की जोत, जला दी थी जन जन में
28-09-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद