सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
सम्मान तुम्हारा बढ़ जाता श्री राम चरण में झुक जाते।
करूणानिधान प्रभु राम शरण में आकर थोड़ा रुक जाते।।
हनुमंत लाल खुश हो जाते तो शायद लंका बच जाती।
मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में जो आकर शरणागत होते।।
अभिमान छोड़कर भक्ति भाव से आते प्रभु की
शरणाई।
सोया भारत फिर जाग रहा ले रहा सनातन अंगड़ाई।।
🌹जय श्री राम🌹