Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2023 · 1 min read

सम्बन्ध 2

वन,बाग,उपवन,वाटिका है तेरा अभिनंदन
पवन संग चतुर्दिक है सुरभित सुरभित चंदन।१

प्रकृति की स्वीकृति आकृति का हैआधार
इसे मन धारण कर,करें उचित व्यवहार ।२

जीवंत हो उठे कंकड़-कंकड़,पत्थर-पत्थर
जब छू लिया इन्हें प्रभु चतुर्भुज ने आकर।३

जब प्रभु कालिंदी में,पितु संग उतरते चले गए
तब उनके पद पंकज,जल में धुलते चले गए।४

संसार दंडवत है जिन पर मंदिर-मंदिर आकर अति प्रसन्न हुए नंद जसोदा ने इनको पाकर।५

माता-पिता का स्नेह सहित,जब हुआआह्वान
सम्बन्धों मे उलझ गये,जग के समस्त विधान।६

गो,गोप,गोपी,गोवर्धन को दिए प्रेम का ज्ञान
करते सेवा वृंदावन में स्वयं करुणानिधान।७

पीताम्बर ओढ चित्त को हरने वाले
सदा बैजंती माल उर पर धरने वाले।८

गोपी पूछ रही प्रभु से यह कैसा संबंध
प्रभु बोले परमात्मा का,जीवात्मा से अनुबन्ध।९

पार्थ से मित्रवत सम्बन्ध रख,दे रहे उपदेश
जीवात्मा अमर-अजर है,शरीर है परिवेश।१०

सद्गति जीवन को मिले होय सदा कल्यान
प्रभु को हिय में राखिये ना छूटे सत्य विधान।११

Language: Hindi
219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रो रो कर बोला एक पेड़
रो रो कर बोला एक पेड़
Buddha Prakash
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी
कवि दीपक बवेजा
*वह अनाथ चिड़िया*
*वह अनाथ चिड़िया*
Mukta Rashmi
निर्धन की  यह झोपड़ी,
निर्धन की यह झोपड़ी,
sushil sarna
" पुष्कर वाली धुलंडी "
Dr Meenu Poonia
शिकारी संस्कृति के
शिकारी संस्कृति के
Sanjay ' शून्य'
।। श्री सत्यनारायण ब़त कथा महात्तम।।
।। श्री सत्यनारायण ब़त कथा महात्तम।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तेरी खुशी
तेरी खुशी
Dr fauzia Naseem shad
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
Neeraj kumar Soni
*
*"ब्रम्हचारिणी माँ"*
Shashi kala vyas
सत्य से सबका परिचय कराएं, आओ कुछ ऐसा करें
सत्य से सबका परिचय कराएं, आओ कुछ ऐसा करें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#आज_का_आभास-
#आज_का_आभास-
*प्रणय*
24/228. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/228. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" पहली शर्त "
Dr. Kishan tandon kranti
भगवान भी रंग बदल रहा है
भगवान भी रंग बदल रहा है
VINOD CHAUHAN
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
Pramila sultan
मजाक और पैसा काफी सोच
मजाक और पैसा काफी सोच
Ranjeet kumar patre
जिंदगी आंदोलन ही तो है
जिंदगी आंदोलन ही तो है
gurudeenverma198
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
चिड़िया
चिड़िया
Kanchan Khanna
जो प्राप्त है वो पर्याप्त है
जो प्राप्त है वो पर्याप्त है
Sonam Puneet Dubey
1 *मेरे दिल की जुबां, मेरी कलम से*
1 *मेरे दिल की जुबां, मेरी कलम से*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Suno
Suno
पूर्वार्थ
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
जब मां भारत के सड़कों पर निकलता हूं और उस पर जो हमे भयानक गड
Rj Anand Prajapati
भारत के बीर सपूत
भारत के बीर सपूत
Dinesh Kumar Gangwar
कवि की लेखनी
कवि की लेखनी
Shyam Sundar Subramanian
एक ग़ज़ल
एक ग़ज़ल
Kshma Urmila
"एक नज़्म तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
गीत- तेरा जो साथ मिल जाए...
गीत- तेरा जो साथ मिल जाए...
आर.एस. 'प्रीतम'
चाहत
चाहत
Sûrëkhâ
Loading...