Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2024 · 1 min read

समेट लिया है मैं ने ,अपने अल्फाजों में खुद को ,

समेट लिया है मैं ने ,अपने अल्फाजों में खुद को ,
कहाँ तक सहूं दुनिया के तीर ओ ख़ंजर की चुभन ।
✍️नील रूहानी…

11 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रुपया दिया जायेगा,उसे खरीद लिया जायेगा
रुपया दिया जायेगा,उसे खरीद लिया जायेगा
Keshav kishor Kumar
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
"नजरिया"
Dr. Kishan tandon kranti
Love is a physical modern time.
Love is a physical modern time.
Neeraj Agarwal
तेरी जुस्तुजू
तेरी जुस्तुजू
Shyam Sundar Subramanian
दिल के किसी कोने में
दिल के किसी कोने में
Chitra Bisht
मेहनत करने में जितना कष्ट होता है...
मेहनत करने में जितना कष्ट होता है...
Ajit Kumar "Karn"
असहाय वेदना
असहाय वेदना
Shashi Mahajan
नंबर पुराना चल रहा है नई ग़ज़ल Vinit Singh Shayar
नंबर पुराना चल रहा है नई ग़ज़ल Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
दीवाली शुभकामनाएं
दीवाली शुभकामनाएं
kumar Deepak "Mani"
सुन्दरता की कमी को अच्छा स्वभाव पूरा कर सकता है,
सुन्दरता की कमी को अच्छा स्वभाव पूरा कर सकता है,
शेखर सिंह
राजे महाराजाओ की जागीर बदल दी हमने।
राजे महाराजाओ की जागीर बदल दी हमने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जीवन पथ पर
जीवन पथ पर
surenderpal vaidya
" can we take a time off from this busy world, just to relax
पूर्वार्थ
अजब है इश्क़ मेरा वो मेरी दुनिया की सरदार है
अजब है इश्क़ मेरा वो मेरी दुनिया की सरदार है
Phool gufran
खाली सड़के सूना
खाली सड़के सूना
Mamta Rani
वादे खिलाफी भी कर,
वादे खिलाफी भी कर,
Mahender Singh
जताने लगते हो
जताने लगते हो
Pratibha Pandey
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
वो तो एक पहेली हैं
वो तो एक पहेली हैं
Dr. Mahesh Kumawat
जश्ने आज़ादी का
जश्ने आज़ादी का
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
*असीमित सिंधु है लेकिन, भरा जल से बहुत खारा (हिंदी गजल)*
*असीमित सिंधु है लेकिन, भरा जल से बहुत खारा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मेरा स्वर्ग
मेरा स्वर्ग
Dr.Priya Soni Khare
आज का रावण
आज का रावण
Sanjay ' शून्य'
2898.*पूर्णिका*
2898.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम छि मिथिला के बासी
हम छि मिथिला के बासी
Ram Babu Mandal
"सुनो एक सैर पर चलते है"
Lohit Tamta
🙅महा-ज्ञान🙅
🙅महा-ज्ञान🙅
*प्रणय प्रभात*
रिश्ते सालों साल चलते हैं जब तक
रिश्ते सालों साल चलते हैं जब तक
Sonam Puneet Dubey
Loading...