समाज की तस्वीर
समाज की तस्वीर हो
समाज की तक़दीर हो
महान तुम बनो सदा
महानकार्य करो सदा
जाना है दूर तुम्हे
नए जगत की नीवं हो
आलस को त्यागो सदा
संगत में रहो सदा
हवाओं का रुख बदल रहा
नए जंहा की शुरुवात है
विश्वास से भरो सदा
समझ से देखो सदा
प्रोफ़ेसर दिनेश गुप्ता
8007179747