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26 May 2022 · 1 min read

समाचार है

खतरे में तो अब हर समाचार है
हरेक शख्स आजकल पत्रकार है ।
मोबाईल और ये सोशल मिडिया
बन गया एक भयंकर हथियार है ।
जिसे देखो जुटा है सच बताने में
झूठ हो गया सबका मददगार है ।
बदइन्तेजाम के बंदरबाट में यारों
पक्ष और विपक्ष दोनों साझेदार है।
भला इलज़ाम लगाए,तो किस पे
जनता ही इसके लिए जिम्मेदार है।
तू कौन सा है दुध का धुला अजय
अबे!तू भी फ़ेसबुकिया रचनाकार है।
-अजय प्रसाद

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