समस्याओं की मेजबानी इतने बेहतर ढंग से कि मेने
समस्याओं की मेजबानी इतने बेहतर ढंग से कि मेने
कि वह बार-बार आ जाती है मेहमान बन के
बेशक इन समस्याओं से परेशान रहती हूं मैं
पर यह मुझे मेरे जीवन का ऐसा सबक सिखाती हैं
जो किसी भी विधालय में सीखना असंभव है या किसी मनुष्य के द्वारा सीखना भी मुमकिन नहीं है
यह तो मेरी शिक्षक जान पड़ती है
इसीलिए जब भी परेशानियां आती हैं तो मैं यह सोच लेती हूं कि अब कुछ नया सबक सीखने को मिलेगा
और एक बार उन्हें धन्यवाद भी कह देता हूं
क्योंकि वो मेरे गुरु का दायित्व निभाति हैं