समर्पित….
मन समर्पित,
तन समर्पित,
ये पूरा जीवन समर्पित,
तेरे उन चरणों पर मां।
(यहां “मां” शब्द ब्रह्माण्ड की उस अनन्य शक्तियों और हमारी जननी माता और धरती माता का द्योतक है।)
इच्छाओं का वार समर्पित,
आंसूओं का धार समर्पित
संगीत का सब राग समर्पित
तेरे उन चरणों पर मां।
नृत्य का वो ताल समर्पित,
जश्न का हर साल समर्पित
दीपक का हर दीप्ति समर्पित,
तेरे उन चरणों पर मां।।
– : बिमल रजक