समय
हमारी हुईं आख़िरी ख़राब हम जा पहुँचे डॉक्टर के पास
क्लिनिक मैं हम पहुँचे समय पर
सामने नर्स बैठी थी चेयर पर,बोली,
मेय आई हेल्प यू,हमने बोला यस यू कैन ,प्लीज़
हमारी दस बजे की एपॉइंटमेंट है,वह बोली कमाल है!!आप समय पर हैं क्योंकि यहाँ तो अक्सर लोग लेटआतें हैं और जल्दी करने की करतें हैं,
फिर भी आप बैठिए मैं डॉक्टर को बताती हूँ,
आपके लिए इंस्ट्रुमेंट साफ़ करवाती हूँ,
वापस आयी तो पूछा आप कही काम करती है?
हमने पूछा क्यों ?तो वे बोली आप समय पर आयी हैं हाउस वाइफ हो कर,यहाँ जॉब वाले नहीं पहुँचते समय पर,
आप वेट कीजिए,हम बैठ गये ,
उसने पूछा क्या आपके के लिए कुछ ला सकती हूँ
कुछ ठंडा या चाये,हम धीरे से मुस्कुराए ,
नहीं आपका धन्यवाद हम बैठते है
क्या हमें पेपर पेन्सिल दे देंगी ?उसने पूछा क्या पत्र लिखना है?
हमने कहा ख़ाली बैठे क्या करेंगे ,कुछ काग़ज़ ही काले करेंगे
,इस तरह हम बैठ गये और लिखते गये
हमारी बारी आयी तो हम अंदर गये
बाहर आये तो उसने फिर पूछा कुछ लिखा क्या?
हाँ ! हमारे सिर हिलाने पर बोली एक कॉपी हमारी भी !हम मुस्कुराए और बाहर आये
इन्द्रामणि सभरवाल