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23 Aug 2019 · 1 min read

समय के बोल

स्त्री और मिस्त्री दोनों समझ में नहीं है आते
बिगड़ जाएं एक बार जो काबू में नहीं है आते

नाई और दाई दोनों के हैं गुण सभी एकसमान
बीच अधर में यदि छोड़ते नही सिरे चढे कमान

औरत और बालक सदा हैं मांगते बड़ाई के बोल
जब तक खुराक रहे मिलती आगे बढें बिन मोल

खुराक रहे सदा मिलती आदमी ,घोड़ा रहे जवान
बड़े से बड़ा कारज कर देंवे कह गए लोग विद्वान

नेता और अभिनेता दोनों को चाहिए सदैव शोहरत
हों जाए अगर मशगूल तो मांगे मिलन की मोहलत

आँखों का आँखों से ही सदा होता आया है मिलान
प्रेम सदा अन्धा होता है कह गए लोक बड़े विद्वान

सुखविंद्र सिंह मनसीरत

Language: Hindi
2 Likes · 344 Views
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