समय की परीक्षा
रंग मे भी भंग मे था, भंग मे भी रंग मे था //
जिंदगी की जंग मे अधूरा रह जाऊंगा //
की युतो टूट चुका पूरी तरह, हार चुका बुरी तरह //
जिंदगी की रेस मे, पिछडता ही चला जाऊंगा //
और युही वक़्त लेता रहा, परीक्षा जो इस तरह //
तो एक दिन जिंदगी को अलविदा ही कह जाऊंगा //
:~कविराज श्रेयस सारीवान