समय का पहिया
वक्त की अहमियत का करें सदा सम्मान ,
गुजरा वक्त नहीं लौटता लाख करें अभिमान ।
गुजरता पल और बचपन कभी नहीं यह लौट आता
जो नहीं करता सदुपयोग वह हाथ मलता रह जाता ।
हर घड़ी हर पल हम कुछ अच्छा करने का संकल्प करें
अपने सपनों को नई दिशा दें अपना जीवन स्वर्णिम गढ़े
समय का पहिया चलता जाता नहीं किसी की यह जागीर
समय के आगे सभी नतमस्तक चाहे राजा हो या फकीर।
समय की तत्परता जिसने जानी समझा इसका मूल्य
सफलता उसके कदम चूमे जीवन उसका बहुमूल्य।
समय का समझा जिसने मर्म जिसने की पहचान
जीवन में वह व्यक्ति पाया आदर और बना महान।
____चारूमित्रा, रांची(झारखण्ड)