Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2023 · 1 min read

समंदर

मुझे समंदर से बात करने का
शौक़ नहीं है
मैं जब भी गया, बैठा किनारे पर
कुछ कहने की कोशिश भी की
पर वो सुनता कहाँ है
बस हर वक्त बोलता रहता है

यह जानता हूँ मैं
हर कोई पहुँच जाता है उसके दर
कितने लोगो के क़िस्से सुने हैं उसने
जब कोई मिलने आता है उससे
तो उससे रहा नहीं जाता
दोहराता रहता है सुने सब किस्सो की दास्ताँ
कहता है शायद
तुम्हारी मुश्किलें नयी नहीं हैं
बहुत आयें हैं,
जो गुज़रे हैं इन रास्तों से,
तुमने पैर के निशान देखे नहीं
या शायद मैंने ही मिटा दिये
ये सोच कर, इसी बहाने बैठोगे तो
दो पल तुम मेरे क़रीब
कुछ नये लम्हे सी लेंगे हम तुम
छिपा लेंगे तुम्हारे दर्द को
लगा देंगे रेत का पैबंद

मैं जब भी जाता हूँ, बैठता हूँ उसके पास
वो इतना बोलता है
मुझे कहने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती
बहुत कुछ कहना चाहता हूँ
सब कुछ सुन कर आ जाता हूँ
मन हल्का हो जाता है

कितना कुछ समझ लेता है समंदर
कुछ भी कहो पर
बोलता है बहुत समंदर
@संदीप

75 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कृष्ण कुमार अनंत
कृष्ण कुमार अनंत
Krishna Kumar ANANT
"जोड़ो"
Dr. Kishan tandon kranti
दो इंसानों के बीच यदि किसी मतभेद के कारण दूरियां बनी हो और आ
दो इंसानों के बीच यदि किसी मतभेद के कारण दूरियां बनी हो और आ
shubham saroj
कहो तो..........
कहो तो..........
Ghanshyam Poddar
भिनसार हो गया
भिनसार हो गया
Satish Srijan
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
मैया का जगराता- भजन- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
जल्दी-जल्दी  बीत   जा, ओ  अंधेरी  रात।
जल्दी-जल्दी बीत जा, ओ अंधेरी रात।
गुमनाम 'बाबा'
■ भूमिका (08 नवम्बर की)
■ भूमिका (08 नवम्बर की)
*प्रणय प्रभात*
सावन
सावन
Dr Archana Gupta
आपसे होगा नहीं , मुझसे छोड़ा नहीं जाएगा
आपसे होगा नहीं , मुझसे छोड़ा नहीं जाएगा
Keshav kishor Kumar
चाह थी आप से प्रेम मिलता रहे, पर यहांँ जो मिला वह अलौकिक रहा
चाह थी आप से प्रेम मिलता रहे, पर यहांँ जो मिला वह अलौकिक रहा
संजीव शुक्ल 'सचिन'
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
दिल तड़प उठता है, जब भी तेरी याद आती है,😥
SPK Sachin Lodhi
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
पंकज परिंदा
4187💐 *पूर्णिका* 💐
4187💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मेरे जीवन में जो कमी है
मेरे जीवन में जो कमी है
Sonam Puneet Dubey
इतनी खुबसुरत हो तुम
इतनी खुबसुरत हो तुम
Diwakar Mahto
जिस तन पे कभी तू मरता है...
जिस तन पे कभी तू मरता है...
Ajit Kumar "Karn"
अच्छी तरह मैं होश में हूँ
अच्छी तरह मैं होश में हूँ
gurudeenverma198
लड़के की मां के अपनी बेटी के प्रति प्रेम ,उसका अपने मायके मे
लड़के की मां के अपनी बेटी के प्रति प्रेम ,उसका अपने मायके मे
पूर्वार्थ
जुनूनी दिल
जुनूनी दिल
Sunil Maheshwari
दिल तमन्ना कोई
दिल तमन्ना कोई
Dr fauzia Naseem shad
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
जिस सफर पर तुमको था इतना गुमां
जिस सफर पर तुमको था इतना गुमां
©️ दामिनी नारायण सिंह
दर जो आली-मकाम होता है
दर जो आली-मकाम होता है
Anis Shah
इन आँखों को भी अब हकीम की जरूरत है..
इन आँखों को भी अब हकीम की जरूरत है..
Tarun Garg
शीर्षक:गुरु हमारे शुभचिंतक
शीर्षक:गुरु हमारे शुभचिंतक
Harminder Kaur
घर संसार का बिखरना
घर संसार का बिखरना
Krishna Manshi
बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
Anil chobisa
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
Empty pocket
Empty pocket
Bidyadhar Mantry
Loading...