सभी पर मातृभूमि का कर्ज निभायें हम सब अपना फर्ज ।
सभी पर मातृभूमि का कर्ज
निभायें हम सब अपना फर्ज ।
रखें माँ मातृभूमि का मान
रहे निज गौरव का अभिमान
पूर्वजों का अपूर्व वलिदान
यही है अपनी सबसे अर्ज
सभी पर मातृभूमि का कर्ज
निभायें हम सब अपना फर्ज ।
करें हम मातृभूमि से प्यार
न होवे आपस में तकरार
स्वच्छ परिवेश स्वस्थ परिवार
कहो इसमें है क्या कुछ हर्ज
सभी पर मातृभूमि का कर्ज
निभायें हम सब अपना फर्ज ।
फर्ज हल्दी घाटी रण जान
फर्ज भामाशाहों का दान
फर्ज सांगा के घाव निशान
लड़े जो वीर भुलाकर मर्ज
सभी पर मातृभूमि का कर्ज
निभायें हम सब अपना फर्ज ।
अनुराग दीक्षित