सब कुछ याद है हमें। सावन के वो झूलें बारिश की वो रिमझिम बूंदें। सब कुछ याद हैं हमें हम कुछ भी नहीं हैं भूलें।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️