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8 Mar 2017 · 1 min read

सब का अपना ताना बाना है

सब का अपना ताना बाना है,
सब का अपना ठउर ठिकाना है,
सब के अपने साथी अपना मजमा है,
सब का अपना ख़ाब अपना सपना है।
(अवनीश कुमार)
अच्छे बुरे की पहचान कहा है,
दिल तो है पर दिमाग कहा है,
कस्ती कब तक नदी किनारे रहती,
जानते सब है ,अंजान कहा है। (अवनीश कुमार)

Language: Hindi
736 Views
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