Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

“सबला”

ज़माना नहीं अबला का,
सबला बनना सीख,
अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीख,
नौ रूप हैं देवी के,
कब कौन सा है अपनाना?
ये कला भी सीख !

भ्रूण बन कर गर्भ में आई,
तभी से तेरे विरुद्ध छिड़ गई लड़ाई,
टोटका कर लिंग बदलवाना चाहा,
परिक्षण करवाकर पता लगवाया,
फ़िर भी न जाने कैसे,
इस जग में आई,
तुझे, इन ज़ालिमों से कैसे है बचना,
ये कला भी सीख !
ज़माना नहीं अबला का,
सबला बनना सीख,
अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीख !

जीव को जीवन देकर तूने,
जीव का उद्धार किया,
उसी जीव के कारण तूने,
आज अपमान का घूँट पिया !
घुट – घुट के जीने से अच्छा,
अपने स्वाभिमान के लिये लड़ना सीख !
ज़माना नहीं अबला का,
सबला बनना सीख,
अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीख !

सीढ़ी बना कोई तेरी, ऊपर न चढ़ जाये,
इतनी गणना भी लगाना कहीं,
ठोकरों में रुल न जाये,
रौंद तुझे पैरों के नीचे,
आगे कोई बढ़ न जाये,
दूसरों के कदम से कदम मिलाकर,
आगे बढ़ना सीख !
ज़माना नहीं अबला का,
सबला बनना सीख,
अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीख !

माँ है ममता मत छोड़ना,
पर इतना भी समझना,
ममता का सौदा करके,
कोई तुझे न भरमाये !
आँखों में जो सपने हैं,
उन्हें न कोई भुनाये,
सपनों के सहारे,
अपना भविष्य बुनना सीख,
ज़माना नहीं अबला का,
सबला बनना सीख,
अपने अधिकारों के लिए,
“शकुन” लड़ना सीख !

– शकुंतला अग्रवाल, जयपुर

Language: Hindi
1 Like · 74 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पसीने वाली गाड़ी
पसीने वाली गाड़ी
Lovi Mishra
श्री राम जी अलौकिक रूप
श्री राम जी अलौकिक रूप
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
🙅आज पता चला🙅
🙅आज पता चला🙅
*प्रणय प्रभात*
भगवान भले ही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और चर्च में न मिलें
भगवान भले ही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, और चर्च में न मिलें
Sonam Puneet Dubey
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
VINOD CHAUHAN
सूना- सूना घर लगे,
सूना- सूना घर लगे,
sushil sarna
कली कचनार सुनर, लागे लु बबुनी
कली कचनार सुनर, लागे लु बबुनी
Er.Navaneet R Shandily
है वक़्त बड़ा शातिर
है वक़्त बड़ा शातिर
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
शुक्र मनाओ आप
शुक्र मनाओ आप
शेखर सिंह
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आदमी  उपेक्षा का  नही अपेक्षा का शिकार है।
आदमी उपेक्षा का नही अपेक्षा का शिकार है।
Sunil Gupta
शून्य ही सत्य
शून्य ही सत्य
Kanchan verma
*******प्रेम-गीत******
*******प्रेम-गीत******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
पलकों ने बहुत समझाया पर ये आंख नहीं मानी।
पलकों ने बहुत समझाया पर ये आंख नहीं मानी।
Rj Anand Prajapati
23/123.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/123.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
आचार्य शुक्ल की कविता सम्बन्धी मान्यताएं
आचार्य शुक्ल की कविता सम्बन्धी मान्यताएं
कवि रमेशराज
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है
Paras Mishra
मीठे बोल
मीठे बोल
Sanjay ' शून्य'
Maybe the reason I'm no longer interested in being in love i
Maybe the reason I'm no longer interested in being in love i
पूर्वार्थ
6 साल पुराना फोटो
6 साल पुराना फोटो
Rituraj shivem verma
" दरपन "
Dr. Kishan tandon kranti
सबकी सुन सुन के, अब में इतना गिर गया ।
सबकी सुन सुन के, अब में इतना गिर गया ।
Ashwini sharma
बुझे अलाव की
बुझे अलाव की
Atul "Krishn"
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
जीवनदायिनी बैनगंगा
जीवनदायिनी बैनगंगा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मुझसे जुदा होके तू कब चैन से सोया होगा ।
मुझसे जुदा होके तू कब चैन से सोया होगा ।
Phool gufran
बड़े बुजुर्गों ,माता पिता का सम्मान ,
बड़े बुजुर्गों ,माता पिता का सम्मान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...