#सबक जिंदगी से #
#सबक जिंदगी से #
मानवता तार तार भ गेल…
सगरो हा हा कार भ गेल…!
सत्यक् दौर शुरू होय कहिया धरी…,
धोका के व्यापार भ गेल…!!
के छल अप्पन चिन्हल बुझल…
बिप्पती मे सब उघार भ गेल…!!!
जेकरा पूज्ले छलो भगवान जखा…,
उहे सब गद्दार भ गेल..!!!!
केकरो पर विश्वास नै रहल आब…,
जिंदगी रद्दी अखबार भ गेल…!!!!!