सफल हस्ती
मैं उन हस्तियों को जानता हूं
जिसने ना कभी आराम किया
और ना थकान महसूस की
ना समय देखा और ना परिस्थिति
मां-बाप का ख्वाब देखा
और अपनों का प्रेम
दुख में ना दुखी हुए सुख में ना सुखी
दोनों ही दशा में रहे समान
और संघर्ष सदा करते रहे
जिंदगी शीशे-सी बिखर गई थी
असफलताओ ने कभी पीछा नहीं छोड़ा
और सफलताओं ने कभी रुख ना मोड़ा
ना विश्वास खोया और ना कुछ पाया
ना इरादे टूटे ना मन से हारे
जीते जी कहते रहे विजय हमारी
मैं उन हस्तियों को जानता हूं
जिसने कठिनाइयों को स्वीकार किया
और संघर्षों से भरे समय का चयन किया
कौन मिटा सकता है ऐसी हस्ती को
जिसने रात – दिन मेहनत भरा कार्य किया
और बेनाम शांतिपूर्ण राज किया
ना कभी पथ से विचलित हुए
ना संकट से घबराए,चलते रहे पथ पर
और विफलताओं को पीछे छोड़ते
रहे
ना लक्ष्य छोड़ा ना हालातों को रोए
नजर उनकी एक ही थी
बस लक्ष्य पाने की देरी थी
उनका मन था हठीला
जिसने लक्ष्य को साधा
और राष्ट्र में अपना नाम किया
-प्रवीण सैन