Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

सफलता

सफलता
हर बार अच्छा कर
आगे बढ़ना भी सफलता है
हर बार पराजित, असफल ,
दु:खी होकर भी ,
आगे बढ़ना भी महानता हैं

हर बार आत्मविश्वास कर ,
मनोबल खोना हैं ।
हर पराजय से हुनर को निखार लाना है

एक बार की भूल से संबल जाना हैं
ठोकर तो लगना ही हैं , चौकस होना हैं

सरल , हारा व घायल को और कुचलते है
साहस मनोबल की शक्ति को और गिराते है

आदर्श कर्त्तव्य कर ,
कड़वा धेर्य का पौधा हैं
सफलता का मिठ़ा फल पाना हैं ,
शक्ति के शरण जाना सच्चा सौदा है

जीवन में आगे बढ़ना हैं ,
बहरे हो जाना हैं ,
मुढ़ भावना को दूर भगाना हैं

अपनी स्मृति भ्रमित न कर ,
लघु भाव नम्रता से ,
अपना एवं समाज का हित
साधना हैं
000
– राजू गजभिये

Language: Hindi
1 Like · 121 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Raju Gajbhiye
View all
You may also like:
अनसुलझे किस्से
अनसुलझे किस्से
Mahender Singh
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
ख़्बाब आंखों में बंद कर लेते - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
Ajit Kumar "Karn"
वो और राजनीति
वो और राजनीति
Sanjay ' शून्य'
दीपावली उत्सव
दीपावली उत्सव
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" इस दशहरे १२/१०/२०२४ पर विशेष "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जब सुनने वाला
जब सुनने वाला
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
जो श्रम में अव्वल निकलेगा
Anis Shah
लहर तो जीवन में होती हैं
लहर तो जीवन में होती हैं
Neeraj Agarwal
यूँ तो बुलाया कई बार तूने।
यूँ तो बुलाया कई बार तूने।
Manisha Manjari
हर हालात में अपने जुबाँ पर, रहता वन्देमातरम् .... !
हर हालात में अपने जुबाँ पर, रहता वन्देमातरम् .... !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Seema Garg
कहने को हर हाथ में,
कहने को हर हाथ में,
sushil sarna
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
VINOD CHAUHAN
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
कवि रमेशराज
एहसास
एहसास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
4114.💐 *पूर्णिका* 💐
4114.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैंने नींदों से
मैंने नींदों से
Dr fauzia Naseem shad
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
शेखर सिंह
दीप शिखा सी जले जिंदगी
दीप शिखा सी जले जिंदगी
Suryakant Dwivedi
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
यूं तन्हाइयों को अपने अंदर समेटे रक्खा है मैंने,
यूं तन्हाइयों को अपने अंदर समेटे रक्खा है मैंने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
A Picture Taken Long Ago!
A Picture Taken Long Ago!
R. H. SRIDEVI
मौहब्बत अक्स है तेरा इबादत तुझको करनी है ।
मौहब्बत अक्स है तेरा इबादत तुझको करनी है ।
Phool gufran
"जाल"
Dr. Kishan tandon kranti
*शिक्षक*
*शिक्षक*
Dushyant Kumar
लम्हे पुराने
लम्हे पुराने
मनोज कर्ण
*जाऍं यात्रा में कभी, रखें न्यूनतम पास (कुंडलिया)*
*जाऍं यात्रा में कभी, रखें न्यूनतम पास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हम करें तो...
हम करें तो...
डॉ.सीमा अग्रवाल
वक्त की चोट
वक्त की चोट
Surinder blackpen
Loading...