Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2021 · 1 min read

सफलता और असफलता

सफलता और असफलता उन्नति की सीढ़ी की पायदानें हैं।
अनजाने में एक पायदान फिसल जाने पर कोई चढ़ना नहीं छोड़ता।

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 243 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
विधा:
विधा:"चन्द्रकान्ता वर्णवृत्त" मापनी:212-212-2 22-112-122
rekha mohan
Time
Time
Aisha Mohan
4075.💐 *पूर्णिका* 💐
4075.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जो व्यक्ति  रथयात्रा में रथ पर विराजमान श्री कृष्ण, बलराम और
जो व्यक्ति रथयात्रा में रथ पर विराजमान श्री कृष्ण, बलराम और
Shashi kala vyas
संवादरहित मित्रों से जुड़ना मुझे भाता नहीं,
संवादरहित मित्रों से जुड़ना मुझे भाता नहीं,
DrLakshman Jha Parimal
मुस्कुराकर बात करने वाले
मुस्कुराकर बात करने वाले
Chitra Bisht
-        🇮🇳--हमारा ध्वज --🇮🇳
- 🇮🇳--हमारा ध्वज --🇮🇳
Mahima shukla
असत्य पर सत्य की जीत तभी होगी जब
असत्य पर सत्य की जीत तभी होगी जब
Ranjeet kumar patre
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
17)”माँ”
17)”माँ”
Sapna Arora
"कोयल"
Dr. Kishan tandon kranti
*अध्याय 10*
*अध्याय 10*
Ravi Prakash
आज़ादी के दीवानों ने
आज़ादी के दीवानों ने
करन ''केसरा''
शब्दों का झंझावत🙏
शब्दों का झंझावत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दर्पण
दर्पण
Kanchan verma
ममत्व की माँ
ममत्व की माँ
Raju Gajbhiye
क्यों करते हो गुरुर अपने इस चार दिन के ठाठ पर
क्यों करते हो गुरुर अपने इस चार दिन के ठाठ पर
Sandeep Kumar
जल बचाओ , ना बहाओ
जल बचाओ , ना बहाओ
Buddha Prakash
आँखें क्या कुछ नहीं कहती है,
आँखें क्या कुछ नहीं कहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन में रखिए हौसला,
मन में रखिए हौसला,
Kaushal Kishor Bhatt
एक साथ मिल बैठ जो ,
एक साथ मिल बैठ जो ,
sushil sarna
गंगनाँगना छंद विधान ( सउदाहरण )
गंगनाँगना छंद विधान ( सउदाहरण )
Subhash Singhai
जो कमाता है वो अपने लिए नए वस्त्र नहीं ख़रीद पाता है
जो कमाता है वो अपने लिए नए वस्त्र नहीं ख़रीद पाता है
Sonam Puneet Dubey
लोग कहते हैं कि
लोग कहते हैं कि
VINOD CHAUHAN
एक जिद्दी जुनूनी और स्वाभिमानी पुरुष को कभी ईनाम और सम्मान क
एक जिद्दी जुनूनी और स्वाभिमानी पुरुष को कभी ईनाम और सम्मान क
Rj Anand Prajapati
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
Shweta Soni
I met Myself!
I met Myself!
कविता झा ‘गीत’
अब मैं
अब मैं
हिमांशु Kulshrestha
दिनकर शांत हो
दिनकर शांत हो
भरत कुमार सोलंकी
विभेद दें।
विभेद दें।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
Loading...