सफर
सफर कैसा है ये सफर
ना मंजिल की कोई खबर है
ना रास्तों की कोई खबर है
सफर कैसा है ये सफर
ना सुबह का ना रात का कुछ पता है
ना दोपहर का ना शाम का कुछ पता है
सफर कैसा है ये सफर
सपने तो है पर पूरे होंगे पता नहीं
चलना तो है पर कैसे पता नहीं
सफर कैसा है ये सफर
सवाल तो बहुत है जबाव की कोई खबर नहीं
अकेला चल रहा हूं कोई साथ चलेगा पता नहीं
सफर कैसा है ये सफर