Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2020 · 1 min read

सफर जारी रखो

मंजिल है अभी दूर सफर जारी रखो ।
है हौसला भरपूर सफर जारी रखो ।।

न सोचो किनारा ही खुद आएगा सामने ।
इस मद में न हो चूर सफर जारी रखो ।।

चिंता चिता समान है बस छोड़ दो इसे ।
सलामत रहेगा नूर सफर जारी रखो ।।

लेकर मशाल चलते रहो राह गुज़र में ।
अंधेरे होंगे काफूर सफर जारी रखो ।।

ओछी नदी इतराती है बरसात के समय ।
उतरता है जल्दी पूर सफर जारी रखो ।।

खुद ही अपना काम जरा करके तो देखो ।
कब आएगा मजदूर सफर जारी रखो ।।

कुत्ते तो राहगीर को भौंकेंगे हर गली ।
आदत से है मजबूर सफर जारी रखो ।।

पहले वो चरण चाटते थे सब हैं जानते ।
अब हो गए हजूर सफर जारी रखो ।।

भुखमरे के हाथ में एक रोटी आ गई ।
बस हो गया मगरूर सफर जारी रखो ।।
✍️सतीश शर्मा ।

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 678 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक डॉक्टर की अंतर्वेदना
एक डॉक्टर की अंतर्वेदना
Dr Mukesh 'Aseemit'
अंधेरे में दिया जलाया
अंधेरे में दिया जलाया
Sunil Maheshwari
याद जब
याद जब
Dr fauzia Naseem shad
अपनेपन की आड़ में,
अपनेपन की आड़ में,
sushil sarna
पितृ दिवस ( father's day)
पितृ दिवस ( father's day)
Suryakant Dwivedi
देशभक्ति
देशभक्ति
पंकज कुमार कर्ण
निगाहे  नाज़  अजब  कलाम  कर  गयी ,
निगाहे नाज़ अजब कलाम कर गयी ,
Neelofar Khan
"रिश्ता उसी से रखो जो इज्जत और सम्मान दे.,
पूर्वार्थ
अब वो लोग भी कन्या पूजन के लिए लड़कियां ढूंढेंगे जो बेटियों
अब वो लोग भी कन्या पूजन के लिए लड़कियां ढूंढेंगे जो बेटियों
Ranjeet kumar patre
Ang 8K8 ay isa sa mga pinakamahusay na online betting compan
Ang 8K8 ay isa sa mga pinakamahusay na online betting compan
8Kbet Casino Nangunguna sa kagalang galang
विनम्रता ही व्यक्तित्व में निखार लाता है,
विनम्रता ही व्यक्तित्व में निखार लाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज
आज
*प्रणय*
"आँसू "
Dr. Kishan tandon kranti
अटल सत्य मौत ही है (सत्य की खोज)
अटल सत्य मौत ही है (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
कहां से कहां आ गए हम....
कहां से कहां आ गए हम....
Srishty Bansal
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
Kanchan Alok Malu
पूर्वोत्तर के भूले-बिसरे चित्र (समीक्षा)
पूर्वोत्तर के भूले-बिसरे चित्र (समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
पेड़ से इक दरख़ास्त है,
Aarti sirsat
समय बीतते तनिक देर नहीं लगता!
समय बीतते तनिक देर नहीं लगता!
Ajit Kumar "Karn"
दोहा छंद
दोहा छंद
Vedkanti bhaskar
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
3257.*पूर्णिका*
3257.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुद्दा
मुद्दा
Paras Mishra
*** यार मार ने  कसर ना छोड़ी ****
*** यार मार ने कसर ना छोड़ी ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
#हमें मजबूर किया
#हमें मजबूर किया
Radheshyam Khatik
प्रेमिका को उपालंभ
प्रेमिका को उपालंभ
Praveen Bhardwaj
आप लोग अभी से जानवरों की सही पहचान के लिए
आप लोग अभी से जानवरों की सही पहचान के लिए
शेखर सिंह
Loading...