Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2019 · 1 min read

सफर आजादी का

कम न हो देशप्रेम का जज़्बा
यह दिलों में बना रहे
शत्रु के षड्यंत्र न हो कामयाब
सतर्क हर एक हो रहना है

इरादे हो हर भारतीय के मजबूत
देशप्रेम की अलख को जलाना है

शत्रु के हर वार पर रहे वो भारी
भगत आजाद लक्ष्मी के बाद
आज हर भारतीय की बारी है

रखना है अक्षय
हिन्दुस्तान की
आजादी को
गद्दारों से इसे बचाना है

देशप्रेम और देशभक्ति की
अलख घर घर
अब तो जगाना है

स्वलिखित लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
195 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
घनाक्षरी छंदों के नाम , विधान ,सउदाहरण
घनाक्षरी छंदों के नाम , विधान ,सउदाहरण
Subhash Singhai
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सम्भल कर चलना जिंदगी के सफर में....
सम्भल कर चलना जिंदगी के सफर में....
shabina. Naaz
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
सत्संग संध्या इवेंट
सत्संग संध्या इवेंट
पूर्वार्थ
हिंदू कट्टरवादिता भारतीय सभ्यता पर इस्लाम का प्रभाव है
हिंदू कट्टरवादिता भारतीय सभ्यता पर इस्लाम का प्रभाव है
Utkarsh Dubey “Kokil”
*आज का संदेश*
*आज का संदेश*
*Author प्रणय प्रभात*
इतना आसान होता
इतना आसान होता
हिमांशु Kulshrestha
होली आयी होली आयी
होली आयी होली आयी
Rita Singh
ट्यूशन उद्योग
ट्यूशन उद्योग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पाप बढ़ा वसुधा पर भीषण, हस्त कृपाण  कटार  धरो माँ।
पाप बढ़ा वसुधा पर भीषण, हस्त कृपाण कटार धरो माँ।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
डॉक्टर कर्ण सिंह से एक मुलाकात
डॉक्टर कर्ण सिंह से एक मुलाकात
Ravi Prakash
गुरु
गुरु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
गुमनामी ओढ़ लेती है वो लड़की
Satyaveer vaishnav
*शिकायतें तो बहुत सी है इस जिंदगी से ,परंतु चुप चाप मौन रहकर
*शिकायतें तो बहुत सी है इस जिंदगी से ,परंतु चुप चाप मौन रहकर
Shashi kala vyas
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
Phool gufran
अधरों ने की  दिल्लगी, अधरों  से  कल  रात ।
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
क्या लिखूँ....???
क्या लिखूँ....???
Kanchan Khanna
💐श्री राम भजन💐
💐श्री राम भजन💐
Khaimsingh Saini
मजदूर का बेटा हुआ I.A.S
मजदूर का बेटा हुआ I.A.S
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"जीवन की परिभाषा"
Dr. Kishan tandon kranti
Just a duty-bound Hatred | by Musafir Baitha
Just a duty-bound Hatred | by Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
मेरे बस्ती के दीवारों पर
मेरे बस्ती के दीवारों पर
'अशांत' शेखर
मोहब्बत
मोहब्बत
अखिलेश 'अखिल'
2608.पूर्णिका
2608.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
Sanjay ' शून्य'
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
* बढ़ेंगे हर कदम *
* बढ़ेंगे हर कदम *
surenderpal vaidya
बादल गरजते और बरसते हैं
बादल गरजते और बरसते हैं
Neeraj Agarwal
समझदार बेवकूफ़
समझदार बेवकूफ़
Shyam Sundar Subramanian
Loading...