होली आयी होली आयी
होली आयी होली आयी
गुझिया पापड़ कचरी लायी
आलू चिप्स व बरी मूँग की
देखो घर – घर में है छायी ।
गरम- कचौड़ी और पकौड़ी
सबने बहुत चाव से खायी
दही बड़े में चटनी मीठी
मुन्नी – मुन्ना को भी भायी ।
हरा – गुलाबी नीला – पीला
भर पिचकारी खूब चलायी
पास – पड़ोसी जो रूठे थे
हुई सभी की मेल मिलायी ।
डॉ. रीता सिंह
चन्दौसी (सम्भल)