“सफर,रुकावटें,और हौसले”
“सफर,रुकावटें,और हौसले”
“सफर” कल भी जारी था,
आज भी जारी है,
और आगे भी जारी रहेगी।
“रूकावटे”कल भी थी ,
आज भी है,
और आगे भी रहेगी।
मंजिले मिले न मिले पर,
“हौसले”कल भी थे,
आज भी है,
और आगे भी रहेगी।
……..✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी