सपनों को हकीकत में बदलने वाले
सपनों को हकीकत में बदलने वाले ,
चंद सिक्के हैं बाजार में चलने वाले |
कहां होते हैं सब किनारा करने वाले,
बहुत मिलते हैं सिक्के उछलने वाले |
प्यार की रास्ते मुकम्मल चलने वाले,
कहाँ मिलते यहाँ मोहब्बत करने वाले |
अपने हौसलों से इतिहास गढ़ने वाले
याद रहते हैं सदा दुनिया बदलने वाले |
✍कवि दीपक सरल