सपनों का सफर।
सपनों का सफर।
सपनों का सफर सबका,शुरू जिंदगी के साथ।
आँखें पकड़े रहतीं हमेशा,सपनों का हाथ।
सपने हैं जरूरी सदा, जिंदगी के लिए।
जिंदगी बनी है,सपनों की बंदगी के लिए।
सपना इंसान को,जीने की प्यास देता है।
“सपनों का सफर” जीने का,अहसास देता है।
सपनों का सफर जिंदगी के कदम से,कदम मिलाता है।
सुने जीवन में ख़ुशी के,फूल खिलाता है।
न टूटे किसी के सपने,
नहीं तो दिल टूट जाते हैं।
ऐसे में भले ही जिंदा रहे पर,रिश्तें छूट जाते हैं।
सपनों के बिना जिंदगी बस..,एक बोझ लगती है।
बिना सिंदूर के जैसे कोई ,दुल्हन सजती है।
सपनों का सफर चलता रहे तब ही,लबों पे मुस्कान सजती है।
प्रिया प्रिंसेस पवाँर
स्वरचित,मौलिक
द्वारका मोड़,द्वारका,दिल्ली-78