सपने भी अपने होते है
सपने भी अपने होते हैं
थोड़ी कोशिश करके तो देख
पत्थर दिल भी पिघलते है
कभी उसे मुस्कुराकर तो देख।।
पा जायेगा सबकुछ तू
थोड़ी मेहनत करके तो देख
मिल जायेगा तुम्हें वो
थोड़ी हिम्मत करके तो देख।।
जानना चाहते हो जो उसकी रज़ा
अपने दिल की बात कहनी तो पड़ेगी
लगा बैठे हो जो दिल ये किसी से
दर्द की चुभन थोड़ी सहनी तो पड़ेगी।।
हो रहे है जो कष्ट आज तुम्हें
तुम्हारी मेहनत ज़रूर रंग लायेगी
नहीं रहता पतझड़ भी हमेशा
तुम्हारी बगिया में भी हरियाली आयेगी।।
मुश्किल से मिलते है मौके यहां
जब भी मौका मिले उसे लपक लेना
लेकिन छोड़ना नहीं साथ किसी का मझधार में
कभी किसी के दामन से खुशियां न झटक लेना।।
आइने की सूरत पर मत जाओ
आइना तो बस दिखाता है अक्स हमें
दिल में क्या छिपा है किसके
ये नहीं बता सकता कोई शक्स हमें।।
अनजाने सफर में भी कभी
मंज़िल की उम्मीद न छोड़े हम
है ये तो कमज़ोर के सपने
कभी ये समझकर न तोड़े हम।।