सपना
इक करवट इक सपना तेरा
क्या उनका क्या अपना मेरा
दिन भर याद से दूर रहूं पर
रात में रहता सपना तेरा
यूं गिनती करना ठीक नहीं
तेरी विनती करना ठीक नहीं
तेरा नाम जपूं फिर क्या पाऊं
क्यों नाम ही अबतो जपना तेरा
-मोहन
इक करवट इक सपना तेरा
क्या उनका क्या अपना मेरा
दिन भर याद से दूर रहूं पर
रात में रहता सपना तेरा
यूं गिनती करना ठीक नहीं
तेरी विनती करना ठीक नहीं
तेरा नाम जपूं फिर क्या पाऊं
क्यों नाम ही अबतो जपना तेरा
-मोहन