Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2020 · 2 min read

सन 1857 से 1947 तक का संग्राम

सुनो प्रेम से मिलकर गाथा, त्याग और बलिदान की
मातृभूमि पर हुए नियौछावर, वीरों के महाप्रयाण की
धन सिंह गुर्जर मंगल पांडे, विद्रोही सेनानी थे
सेना और पुलिस में, विद्रोह की सूरत जानी-मानी थे
मेरठ से चिंगारी निकली, बुलंदशहर तक पहुंच गई
कानपुर झांसी और ग्वालियर, अवध लखनऊ भी झुलस गई
सन 1857 पहला स्वतंत्रता संग्राम था
फूटा था 100 साल का गुस्सा, एक नया आयाम था
नानासाहेब तात्या टोपे, रानी झांसी संग्राम में कूदी थी
गोरी पलटन को रानी ने, छठी की याद दिला दी थी
घेर लिया था रानी को किले में, अश्व सहित किले से कूदी थी
रणचंडी बन गई थी रानी, अंग्रेजों पर टूटी थी
काट रही थी नर मुंडो को, काबू में न आती थी
जो भी रानी के सामने आता, गर्दन उसकी कट जाती थी
आया बीच कालपी नाला, घोड़ा नया अढा था
अंग्रेजों के हाथ में आने, प्रश्न मुंह बाये खड़ा था
अंग्रेजों के हाथ न आने, गुरु की कुटिया स्वयं जलाई थी
वीरगति को प्राप्त हुई, अंग्रेजों के हाथ न आई थी
दुगवा नरेश और अवध नवाब ने, गोरों को ललकारा था गुर्जर सरदार और सामंतों ने, युद्ध का बिगुल बजाया था
दिल्ली की ओर कूच किया, अंग्रेजों को बहुत छकाया था
संसाधन की और समन्वय, ठीक से न हो पाए थे
कुछ रजवाड़ों ने न साथ दिया, जो अपने थे, नहीं पराए थे
आजादी का जज्बा था, नहीं नए हथियार थे
लड़ते-लड़ते प्राण गवाएं, बे मातृभूमि के प्यार थे
प्रथम संग्राम की वह चिंगारी, लपटें बन कर आई थी
उसी प्रेरणा से लड़कर, 100 साल में आजादी पाई थी
शहीद भगत सिंह आजाद और बिस्मिल, सुखदेव ने फंदे चूमे थे
सुभाष चंद्र ने अपने बूते पर, फौज बनाकर कई देशों में घूमे थे
सन 1919 में जलियांवाला कांड हुआ
आक्रोशित हो गया देश सन 1920 में असहयोग आंदोलन का ऐलान हुआ
देश बहुत गुस्से में था, हिंसा का इजहार हुआ
बापू को न भाई हिंसा, आंदोलन वापसी का ऐलान हुआ
गांधीजी की ना भाई अहिंसा, गरम और नरम दल बने
मातृभूमि की आजादी को, दोनों ही हथियार बने
सन 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन का ऐलान हुआ
दांडी मार्च किया बापू ने, देश में नया संचार हुआ
सन 1942 में अगस्त क्रांति हुई, अंग्रेजों भारत छोड़ो करो या मरो की नीति हुई
1943 में सुभाष ने समानांतर सरकार बनाई
नरम और गरम दल की समानांतर चली कार्रवाई
वीर सुभाष ने, आजाद हिंद फौज का गठन किया
समानांतर सरकार बनाई, और उसका नेतृत्व किया
आजादी की नींव में, लाखों ने आहुति डाली
मातृभूमि की सेवा में, प्राणों की बलि दे डाली
तिलक गोखले सरदार पटेल, नेहरू गांधी का सपना था
नरम और गरम दल का, प्रयास भी अपना-अपना था
ढेर नाम है अमर शहीदों के, नाम कहां लिख पाएंगे
आने वाली पीढ़ी युग युग, शहीदों का यश गाएंगे
जय हिंद

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
12 Likes · 2 Comments · 297 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
क्यों रिश्तों में आता है बदलाव
क्यों रिश्तों में आता है बदलाव
Chitra Bisht
ख़त्म अपना
ख़त्म अपना
Dr fauzia Naseem shad
ज्यामिति में बहुत से कोण पढ़ाए गए,
ज्यामिति में बहुत से कोण पढ़ाए गए,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
शेखर सिंह
गुरु...! गूगल दोनों खड़े, काके लागूं पाय....!
गुरु...! गूगल दोनों खड़े, काके लागूं पाय....!
VEDANTA PATEL
गिरने से जो डरते नहीं.. और उठकर जो बहकते नहीं। वो ही..
गिरने से जो डरते नहीं.. और उठकर जो बहकते नहीं। वो ही.. "जीवन
पूर्वार्थ
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
Manisha Manjari
प्रजातन्त्र आडंबर से नहीं चलता है !
प्रजातन्त्र आडंबर से नहीं चलता है !
DrLakshman Jha Parimal
शहर में आग लगी है उन्हें मालूम ही नहीं
शहर में आग लगी है उन्हें मालूम ही नहीं
VINOD CHAUHAN
वक्त
वक्त
Prachi Verma
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
प्यार से मिला करो
प्यार से मिला करो
Surinder blackpen
3701.💐 *पूर्णिका* 💐
3701.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
विषय - स्वाधीनता
विषय - स्वाधीनता
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
क़दर करना क़दर होगी क़दर से शूल फूलों में
आर.एस. 'प्रीतम'
कहानी- 'भूरा'
कहानी- 'भूरा'
Pratibhasharma
" इन्तेहाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
Neeraj Agarwal
यह सच है कि
यह सच है कि
gurudeenverma198
राम राज्य
राम राज्य
Shriyansh Gupta
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
Mangilal 713
फिर कब आएगी ...........
फिर कब आएगी ...........
SATPAL CHAUHAN
Confession
Confession
Vedha Singh
हमसफर ❤️
हमसफर ❤️
Rituraj shivem verma
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
करवा चौथ का चांद
करवा चौथ का चांद
मधुसूदन गौतम
असहाय मानव की पुकार
असहाय मानव की पुकार
Dr. Upasana Pandey
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
बिन बुलाए कभी जो ना जाता कही
कृष्णकांत गुर्जर
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
आशा की एक किरण
आशा की एक किरण
Mamta Rani
Loading...