सनम कोई और नहीं
बहुत चाहा तुमको की चाहत पर कोई ज़ोर नहीं,
हर पल मुड़कर देखा तुमको , तुम ही हो ये कोई और नहीं,
मेरी नज़र ने कहाँ की आओ, नज़रो में कोई शोर नहीं,
बहुत चाहा तुमको की चाहत पर कोई ज़ोर नहीं,
हर पल देखा आँखों में तुमको, तुम ही हो कोई और नहीं,
वादा वफ़ा का निभाना, वादा है कोई रेशम की डोर नहीं,
बहुत चाहा तुमको की चाहत पर कोई ज़ोर नहीं,
कितनी मंज़िले छूट गई मेरी, मंज़िल कोई और नहीं,
तुम हो जंहा हमारा सच है, हमारा सनम कोई और नहीं,