सदा सुखी आवाद खुश रहो यारो
तुम्हारे प्यार के फूलों से,
मेरी गुलजार है बगिया यारो।
तुम्हारी मोहब्बत के चरागों से,
रोशन है दिल की दुनिया यारो।
शान में तुम्हारी क्या कहूं दोस्तों,
शब्द भी नजर नहीं आते यारों।
शुक्रिया तुम्हारी जर्रा नवाजी का,
मुझसे नाचीज़ को, दिल में बिठा लिया यारो।
दिल की आरजू है, दुआ है रब से मेरी,
सदा सुखी आबाद खुश रहो यारों।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी