सत सत नमन आज़ाद भगत सिंह जी को
हुआ बहुत मोन धारण , अब कोलाहल होना चाहिए
हुआ समापन शांति सन्देश ,अब युद्ध होना चाहिए
हूं नही अबोध मैं जो ज़रा आहट से डर जाऊंगी
तू डरायेगा और मैं , डर के कदम पीछे हटाऊंगी
सिंह का अब मृग से सामना होना चाहिए
है पृथ्वी आजाद की तुझे ये भान होना चाहिए
हुआ समापन शांति सन्देश अब युद्ध होना चाहिए
प्रज्ञा गोयल ©®
सत सत नमन