सत्य = सत ( सच) यह
जीवन का प्रारंभ है सत्य,
निश्चित ही अंत भी है सत्य।
एक ओर नर तो ,
दूसरी ओर नारी है सत्य।
वज्र कठोर सत्य तो,
कुसुम – मृदु भी सत्य।
जीवन का प्रारंभ है सत्य…..
उपहार – व्यवहार है सत्य,
अपमान – अभिमान है सत्य।
इच्छा भावुकता है सत्य तो,
श्रम – सुखासन है सत्य।
जीवन का प्रारंभ है सत्य…..
बाह्य आकार सत्य तो,
गहरा अंतस् गुह्य सत्य ।
खिलना खुला है सत्य ,
झडना, मिटना,तत्व सत्य।
जीवन का प्रारंभ है सत्य….
लोभ – लाभ साथी सत्य,
शोक – हानि ज्ञात सत्य।
रोग – राग साथ सत्य,
वैराग – मुक्ति तथ्य सत्य।
जीवन का प्रारंभ है सत्य….
अद्वैत कथ्य, द्वैत तत्व,
त्रैत सत्य , वाद वैभिन्न तथ्यत:।
सृजन सत्य, नियमन सत्य,
लय भी सत्य – प्रेरित।
जीवन का प्रारंभ है सत्य….
शुक्ल सत्य, श्याम सत्य,
शीत – ग्रीष्म सत्य सत् ।
कर्म नित्य – धर्म सत्य,
शर्म नम्र सत्य तत्।
जीवन का प्रारंभ है सत्य….
उग्र – हेय रोष सत्य,
भोग्य – भोज्य शांत सत्य।
श्वास सत्य, उच्छ्वास सत्य,
मृत्यु सत्य, जन्म सत्य।।
जीवन का प्रारंभ है सत्य….
समाप्त##