सत्य, क्षमा, वरदान
1
क्षमा
क्षमा माँगने से नहीं, होती छोटी जात
और क्षमा के दान से, बनती बिगड़ी बात
2
सत्य
माना राहें सत्य की, होतीं कांटेदार
मगर कभी देखी नहीं,इसकी होती हार
3
वरदान
परमेश्वर ने प्यार का, हमें दिया वरदान
पाठ नफरतों का मगर, पढ़ा रहा इंसान
18-10-2019
डॉ अर्चना गुप्ता