“सत्य की खोज”
ज़िन्दगी की धूप में, सत्य की खोज में,
मनुष्य भटकता है, ज्ञान की राहों में।
अन्धकार के साथ, उसकी दौड़ जारी है,
सत्य की खोज में, उसका मन लालचारी है।
किताबों के पन्नों पर, विचारों की लहरें हैं,
सत्य की खोज में, उसका मन बहुत बेचैन है।
रहस्यों के पर्दे, उसे खींचते हैं समय की लहरें,
सत्य की खोज में, उसका मन अदृश्य में है ढला।
परंपराओं के जाल में, उसकी आत्मा उलझी है,
सत्य की खोज में, उसका मन अनंतता की खोज में है।
सत्य की खोज में, वह पाएगा अपना मंजिल,
जीवन के सफर में, सत्य ही है उसका आधार।
सत्य की खोज में, वह पाएगा अनंत शांति,
जो दिल की धड़कनों में, बसता है विश्वास और सच्चाई।