सड़क की राजनीति
उस दिन सुबह मैं जब सैर पर निकला , तो देखा सड़क पर भीड़ इकट्ठी थी , पास जाकर देखा तो वहां एक युवक की लाश पड़ी हुई थी , लोग कह रहे थे कि बेचारा बेरोजगार युवक भूख और ठंड से मर गया है ।
कुछ देर बाद भीड़ और बढ़ गई , प्रेस पत्रकार एवं मीडिया वाले भी अपने दलबल सहित आ धमके , और वीडियो बनानै लगे ,और भीड़ के कुछ लोगों से हादसे के बारे में प्रश्न पूछने लगे ।
कुछ देर बाद वहां के स्थानीय नेता अपने चमचों के साथ आकर भाषण देने लगे , और सरकार को कोसने लगे।
उनके चमचों ने दोनों तरफ से रास्ता अवरुद्ध कर दिया और धरने पर बैठ गए , और सरकार से युवक के परिवार को मुआवजे घोषणा की मांग करने लगे, और नारे लगाने लगे जो सरकार रोटी रोजगार न दे सके वो सरकार निकम्मी है !
वो सरकार बदलनी है ! कुशासन हाय ! हाय !
इस बीच वहां पुलिस आ गई और पुलिस ने भीड़ को हटाने की कोशिश की पर भीड़ टस से मस नहीं हुई ।
तभी वहां पुलिस कमिश्नर सहित कलेक्टर महोदय आ गए और उन्होंने भीड़ पर लाठीचार्ज करने का हुक्म दे दिया।
पुलिस ने लाठीचार्ज एवं आंसू गैस के गोले छोड़कर काफी जद्दोजहद के बाद भीड़ को तितर-बितर किया ।
सड़क पर सुबह 7:00 बजे से लगा जाम शाम 4:00 बजे खत्म हुआ ।
पुलिस ने तथाकथित युवक की लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल रवाना किया। पुलिस लाठीचार्ज से आंदोलनकारियों को काफी चोटें आई उन्हें भी आनन-फानन में गिरफ्तार कर हॉस्पिटल भेजा गया।
इस दौरान मीडिया ने जोर शोर से टीवी पर घटनास्थल के वीडियो सहित तुरंत समाचार प्रसारित कर दिया , जिसका शीर्षक था “एक बेरोजगार युवक की सड़क हादसे में मौत ” और “आंदोलनकारियों पर पुलिस की ज्यादती” !
उधर पुलिस लाश को पोस्टमार्टम के लिए लेकर हॉस्पिटल पहुंची ।
जब डॉक्टर ने लाश परीक्षण किया तो उसे लगा वह युवक जिंदा था । बहुत अधिक शराब पीने से वह मृतप्रायः पूरी रात सड़क पर ठंड में पड़े रहने की वजह से अकड़ गया था। शरीर पर धूप पड़ने से गर्मी पाकर उसका रक्त संचार चालू हो गया ,
और उसकी नब्ज़ जो क्षीण पड़ गई थी फिर से सामान्य होने लगी थी ।
डॉक्टर ने तुरंत युवक को बॉडी हीटर में रखा ,
और शरीर को गर्मी देने पर वह युवक होश में आकर उठ बैठा ।
पूछने पर उसने बताया , उसने दोस्तों के साथ बैठक में बहुत ज्यादा पी ली थी। फिर उसे होश नहीं रहा कि उसके साथ क्या हुआ वह कैसे सड़क पहुंचा और कहां गिर कर बेसुध रहा।
पुलिस ने उस युवक के खिलाफ शराब अधिक पी कर शांति भंग करने का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।