सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
सड़कों पर दौड़ रही है मोटर साइकिलें, अनगिनत कार।
मौत घूम रही है कभी ट्रक में, तो कभी बस में सवार ।।
ना तो लाइसेंस की कीमत, ना तो हेलमेट की जरूरत।
एक हाथ में बोतल तो एक में मोबाईल की आदत ।।
खुली हुई है सीट बैल्ट और तेज गूंज रहा है संगीत ।
आजकल यही तो अदा हो गई है, ड्राइविंग की रीत ।।
रूकती नहीं है स्पीड, रेल्वे क्रासिंग हो या हो रेड लाईट।
सड़कें बनी है जंगे मैदान, जरा सी बात पर करते फाईट ।।
ना ट्रैफिक नियमों की परवाह, ना चालान का डर।
लगता है, सबको जल्दी है जाना, यमराज के घर।।
नया नारा” बेटर नेवर देन लेट”- देर से दुर्घटना भली।
एक सवारी अस्पताल तो एक सवारी शमशान चली।।
लडाई-झगडा, गुस्सा, गाली गलोच व मारपीट करते हैं।
ये तो कभी दूसरों को मारते हैं, तो कभी खुद भी मरते हैं।।
कभी दूसरों की लापरवाही से, बेवजह मासूम मर जाते हैं।
बच्चें डरते-डरते, घर से स्कूल और स्कूल से घर जाते हैं।।
दिनो-दिन सडकें तो घट रही है और गाड़ीयाँ बढ़ रही हैं।
फुटपाथ पर पैदल चलने वालों पर, तेजी से चढ़ रही हैं।।
टेंशन में, गुस्से में, जल्दी में व नशे में गाड़ी न चलाएं।
खुद को भी सुरक्षित रखें, तथा दूसरों को भी बचाएँ।।
शोर से, तेज संगीत से, स्पीड से, धुएं से प्रदूषण फैलाते हैं।
ऐक्सीडेन्ट व बीमारियों के साथ ग्लोबल वार्मिंग फैलाते हैं।।
सड़क और यातायत के नियमों को अनदेखा न करें।
वाहन में सीमा से अधिक सवारी और सामान न भरें।।
यातायत के नियमों के अनुरूप, ड्राईविंग का आधार रखें।
सड़क पर संतुलित, सुरक्षित, सहज व शांत व्यवहार रखें।।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना, हर नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी है ।
सड़क सुरक्षा, यातायात नियमों की पालना में हम सबकी भागीदारी है ।।
एक्सीडेंट में कोई चोटिल, घायल, अपंगता, तो कोई मृत्यु को प्राप्त होता है ।
गलती चाहे किसी की हो, नुकसान दोनो पक्षों को होता है, परिवार रोता है ।।
“बहतर” के फार्मूले को अपनाकर, सड़क दुर्घटनाओं- हादसों में कमी लाएं ।
‘बेल्ट’ लगाएं,हेलमेट पहनें, ‘तेज’ स्पीड न चलाएं,’रेड’ लाईट पर रूक जाएं ।।