Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Aug 2016 · 1 min read

सजाया ख्वाब काजल सा वो आन्सू बन निकलता है

सजाया ख्वाब काजल सा वो आन्सू बन निकलता है
उजड जाये अगर गुलशन हमेशा दिल सिसकता है

जमाने भर की बातें हैं कई शिकवे गिले दिल के
सुनाउं क्या उसे जो फासला रखकर गुजरता है

न आयेगा कभी वो लौट कर भगवान ‌के‌ घर से
इसी को सोच कर दिल‌ मे वो छाले सा उभरता है।

जहालत छिप नही सकती वो ढींगें मार ले कितनी
घडा आधा भरा हो खूब ऊपर को उछलता‌ है

जलाकत से जहानत नही है लेना देना ‌कुछ
जो जीवन मे कभी तपता नही वो कब निखरता है

जलाये आशियां अपना जो खुद अपनेही हाथों से
नदामत मे दुखी ताउम्र् वो दर दर ‌भटकता है

न करना अब गिले शिकवे न करना बात गैरों की
मुहब्बत के लिये भी वक्त् यूं कब रोज मिलता है

निभाता कौन उल्फत है यहां ताउम्र सोचो तो
जिसे भी दोस्त समझो वही दुश्मन निकलता है

खुशी तक्सीम करता है गमों को जोड देता है
वो जीवन के गनित मे जब भी निर्मल से बहसता है

1 Comment · 631 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वह ठहर जाएगा ❤️
वह ठहर जाएगा ❤️
Rohit yadav
।। कसौटि ।।
।। कसौटि ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
महीना ख़त्म यानी अब मुझे तनख़्वाह मिलनी है
महीना ख़त्म यानी अब मुझे तनख़्वाह मिलनी है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
गीत(सोन्ग)
गीत(सोन्ग)
Dushyant Kumar
याद  में  ही तो जल रहा होगा
याद में ही तो जल रहा होगा
Sandeep Gandhi 'Nehal'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
महल था ख़्वाबों का
महल था ख़्वाबों का
Dr fauzia Naseem shad
कभी भूल से भी तुम आ जाओ
कभी भूल से भी तुम आ जाओ
Chunnu Lal Gupta
यादें .....…......मेरा प्यारा गांव
यादें .....…......मेरा प्यारा गांव
Neeraj Agarwal
I lose myself in your love,
I lose myself in your love,
Shweta Chanda
घड़ी
घड़ी
SHAMA PARVEEN
"चापलूसी"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-454💐
💐प्रेम कौतुक-454💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
हिन्दी दोहा बिषय- तारे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
गुज़र गयी है जिंदगी की जो मुश्किल घड़ियां।।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
Dr Archana Gupta
राधा और मुरली को भी छोड़ना पड़ता हैं?
राधा और मुरली को भी छोड़ना पड़ता हैं?
The_dk_poetry
नयनों का वार
नयनों का वार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जुनून
जुनून
अखिलेश 'अखिल'
साइंस ऑफ लव
साइंस ऑफ लव
Dr. Pradeep Kumar Sharma
👌फार्मूला👌
👌फार्मूला👌
*Author प्रणय प्रभात*
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
ruby kumari
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
प्रदीप कुमार गुप्ता
वो साँसों की गर्मियाँ,
वो साँसों की गर्मियाँ,
sushil sarna
*माँ : 7 दोहे*
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
महान क्रांतिवीरों को नमन
महान क्रांतिवीरों को नमन
जगदीश शर्मा सहज
Learn lesson and enjoy every moment, your past is just a cha
Learn lesson and enjoy every moment, your past is just a cha
Nupur Pathak
विभेद दें।
विभेद दें।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
#जयहिंद
#जयहिंद
Rashmi Ranjan
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
Abhishek Yadav
Loading...