Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2016 · 1 min read

सज़दे बहुत किये या-रब दुआएं बहुत की

सज़दे बहुत किये या-रब दुआएं बहुत की
मैने दिल-ए-बीमार की दवाएं बहुत की

छाया इधर कभी ना टूट तू बरसा यहां
उम्मीदों की इस दिल ने घटाएं बहुत की

गुबार ही गुबार अब हो गया है हर तरफ़
मोटर-गाड़ी ने ख़राब हवाएं बहुत की

बहरा होके क्यूँ बैठा रहा तू ख़ुदाया
मां ने तो मेरे हक़ में दुआएं बहुत की

रस्ते खो गए शायद और जाने कहाँ तुम
तड़पते दिल ने रोकर सदाएं बहुत की

निकली उदासियां दिल से नहीं ‘सरु’ अगरचे
पंडितजी ने हवन और कथाएं बहुत की

सीखा भी सब कुछ मैने सहारे से इनके
माना कि उम्र भर मैने खताएं बहुत की

—सुरेश सांगवान’सरु’

1 Like · 199 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जो मेरा है... वो मेरा है
जो मेरा है... वो मेरा है
Sonam Puneet Dubey
विरह वेदना फूल तितली
विरह वेदना फूल तितली
SATPAL CHAUHAN
वह बचपन के दिन
वह बचपन के दिन
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
आशा की एक किरण
आशा की एक किरण
Mamta Rani
गृहणी का बुद्ध
गृहणी का बुद्ध
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
gurudeenverma198
रात में कर देते हैं वे भी अंधेरा
रात में कर देते हैं वे भी अंधेरा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
वगिया है पुरखों की याद🙏
वगिया है पुरखों की याद🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
क्या गजब बात
क्या गजब बात
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
खुद को खुद से मिलाना है,
खुद को खुद से मिलाना है,
Bindesh kumar jha
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
Dr Archana Gupta
2858.*पूर्णिका*
2858.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साथ चल के जीं ले जिंदगी अरमानों की...।।
साथ चल के जीं ले जिंदगी अरमानों की...।।
Ravi Betulwala
​चाय के प्याले के साथ - तुम्हारे आने के इंतज़ार का होता है सिलसिला शुरू
​चाय के प्याले के साथ - तुम्हारे आने के इंतज़ार का होता है सिलसिला शुरू
Atul "Krishn"
इस क़दर उलझा हुआ हूं अपनी तकदीर से,
इस क़दर उलझा हुआ हूं अपनी तकदीर से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"Death"
राकेश चौरसिया
तू मेरे सपनो का राजा तू मेरी दिल जान है
तू मेरे सपनो का राजा तू मेरी दिल जान है
कृष्णकांत गुर्जर
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
रिश्ता दिल से होना चाहिए,
Ranjeet kumar patre
हम ख़फ़ा हो
हम ख़फ़ा हो
Dr fauzia Naseem shad
धवल घन !
धवल घन !
Akash Agam
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
पुजारी शांति के हम, जंग को भी हमने जाना है।
सत्य कुमार प्रेमी
सिलसिला
सिलसिला
Ruchi Sharma
मैं इक रोज़ जब सुबह सुबह उठूं
मैं इक रोज़ जब सुबह सुबह उठूं
ruby kumari
*शर्म-हया*
*शर्म-हया*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
ममता
ममता
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
"कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...